गुरुवार, २३ नोव्हेंबर, २०२३

स्फुट ओव्या

 माय म्हनता म्हनता 

    होट होटालागे भिडे 

आत्या म्हनता म्हनता 

    केवढं अंतर पडे


माय म्हतली म्हतली 

    जशी तोंडातली साय 

बाय म्हतली बिराणी

    जशी भरडली दाय 


ताता म्हनता म्हनता 

    दातामधीं जीभ अडे 

काका म्हनता म्हनता 

    कशी मांघे मांघे दडे 


जीजी म्हनता म्हनता     

    झाला जीभले निवारा 

सासू म्हनता म्हनता 

     गेला तोंडातून वारा!